- बीएसई बैंकेक्स अब तक सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टर
- इस महीने सेंसेक्स और निफ्टी 15 प्रतिशत बढ़े
दैनिक भास्कर
May 21, 2020, 08:38 PM IST
मुंबई. अप्रैल महीने में घरेलू म्युचुअल फंड हाउस ने कई सेक्टर्स और स्टॉक में अच्छी खरीदारी किए हैं। विशेष बात यह है कि विदेशी निवेशक जब जियो प्लेटफॉर्म में निवेश कर रहे हैं, घरेलू फंड हाउस रिलायंस इंडस्ट्रीज में दांव लगा रहे हैं। अप्रैल में रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ फार्मा सेक्टर, खपत वाले सेक्टर म्युचुअल फंड के पसंदीदा रहे हैं।
सेंसेक्स और निफ्टी इस महीने अच्छा बढ़े हैं
दलाल स्ट्रीट ने मार्च के सेलऑफ से शानदार वापसी की है। इससे रिलायंस इंडस्ट्रीज इस महीने के दौरान घरेलू फंड मैनेजरों के बीच सबसे ज्यादा मांग वाले स्टॉक्स में शामिल रहा है। इस महीने में बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी करीब 15 फीसदी बढ़े हैं। मार्च में दोनों एक्सचेंजों में लगभग 21 प्रतिशत की गिरावट आई थी।आरआईएल के अलावा, फंड हाउसों ने दूरसंचार, कंजम्प्शन, फार्मा और ऑटो क्षेत्रों के शेयरों को पसंद किया। इनमें से कुछ क्षेत्रों में रिवाइवल के शुरुआती संकेत मिल रहे हैं।
मुख्य रूप से म्युचुअल फंड लॉर्ज कैप पर ही केंद्रित रहे
हालांकि म्युचुअल फंड मुख्य रूप से लार्जकैप्स पर केंद्रित रहे। इसके साथ ही इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन मेजर लार्सन एंड टुब्रो इस महीने के दौरान अपने सबसे बड़े सेल के तौर पर उभरा। विश्लेषकों ने कहा कि मंद होती जा रही अर्थव्यवस्था की चिंता ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है। फंड मैनेजर्स ने भी ज्यादातर बैड लोन की बढ़ती चिंताओं के बीच फाइनेंशियल शेयरों को त्याग दिया है। इसके बावजूद निफ्टी बैंक महीने के दौरान 12 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया।
अप्रैल में इक्विटी फंड में निवेश कम रहा
लॉकडाउन के बीच अप्रैल में इक्विटी फंड्स में निवेश का प्रवाह धीमा हुआ है। मार्च में 11,723 करोड़ रुपए का शुद्ध फ्लो कम होकर 6,212.96 करोड़ रुपए पर आ गया। बड़े और मल्टीकैप फंड, जिन्होंने मार्च में निवेशकों की दिलचस्पी में वृद्धि देखी थी, गति को बनाए नहीं रख सके। घरेलू संस्थागत निवेशक खासकर म्यूचुअल फंड और बीमा कंपनियां नेट सेलर्स रही हैं।
मार्च में जमकर बाजार में निवेश किए म्युचुअल फंड
मार्च में 55,595.18 करोड़ रुपए का निवेश करने के बाद अप्रैल में 824 करोड़ रुपए इन्होंने बाजार से निकाल लिया। आंकड़ों से पता चला है कि आरआईएल ही म्यूचुअल फंडस के बीच टॉप ‘बाय’ था। क्योंकि पिछले एक महीने में आरआईएल का स्टॉक 17.6 प्रतिशत बढ़ गया है।टेलीकॉम प्रमुख भारती एयरटेल दूसरा स्टॉक था, जिसमें अप्रैल में म्यूचुअल फंड से 736.43 करोड़ रुपए आये।
सबसे ज्यादा खरीदे गए शेयर | कीमत करोड़ रुपए में | सबसे ज्यादा बेचे गए शेयर | कीमत करोड़ रुपए में |
सन फार्मा | 460 | एलएंडटी | 753 |
आरआईएल | 780 | आईसीआईसीआई बैंक | 483 |
एचयूएल | 736 | अवेन्यू सुपर मार्केट | 368 |
टीसीएस | 551 | टेक महिंद्रा | 358 |
मारुति सुजुकी | 524 | आईटीसी |
309 |
टेलीकॉम सेक्टर में हुआ है सुधार
कोविड-19 के माध्यम से टेलीकॉम फर्म के आउटलुक में सुधार हुआ है, क्योंकि निवेशकों को दूरसंचार और इंटरनेट सेवाओं के उपयोग में वृद्धि का अनुमान है। महामारी ने सोशल डिस्टेंसिंग की मांग की है जिसने लोगों को व्यवहार परिवर्तन पर मजबूर कर दिया।साथ ही घरेलू टेलीकॉम उद्योग में तीव्र प्रतिस्पर्धा भी धीरे-धीरे कम हो गई है।
एचयूएल भी रहा है पसंदीदा स्टॉक
आनंद राठी ब्रोकरेज हाउस के विश्लेषकों ने कहा, मौजूदा परिदृश्य को देखते हुए भारती एयरटेल बाजार में अपनी हिस्सेदारी को और भी मजबूत बनाएगा। क्योंकि इसका नजदीकी प्रतिस्पर्धी वोडाफोन अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है। तीसरा पसंदीदा स्टॉक एफएमसीजी मेजर हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) निकला। फंड मैनेजर्स ने महीने के दौरान इस स्टॉक में 551.95 करोड़ रुपए का नेट निवेश किया। 8 मई को यूबीएस ने एचयूएल पर अपनी रेटिंग ‘न्यूट्रल से बाय करने के लिए बढ़ाई और टारगेट प्राइस को पहले 2,150 रुपए से बढ़ाकर 2,400 रुपए कर दिया।
लॉर्सन एंड टुब्रो में की जमकर बिक्री
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि जैसे लॉकडाउन आसान होगा, एचयूएल की क्षमता और चैनल अपने साथी कंपनियों की तुलना में तेजी से ठीक हो जाएगा। ब्रोकरेज ने कहा कि हालांकि वैल्यूएशन अभी भी कुछ महंगा दिखता है। पर अभी भी ठीक है। फंड मैनेजर्स ने इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन मेजर एलएंडटी में 753.80 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी बेची। इसके शेयरों ने हाल के दिनों में व्यापक बाजार में कमतर प्रदर्शन किया है।
फंड हाउसेस ने आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और बंधन बैंक जैसे निजी बैंकों के शेयरों में भारी बिकवाली की। बीएसई बैंकेक्स इस साल अब तक सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टोरल इंडेक्स रहा है, जो साल दर तारीख तक 45.10 फीसदी वैल्यू का नुकसान कर रहा है।