- डेट फंड स्कीम्स मुख्य रूप से एए और इससे नीचे की रेटिंग वाले बांड में निवेश करती हैं
- हाल के समय में डेट फंड की स्कीम्स में निवेशकों का अनुभव अच्छा नहीं रहा है
दैनिक भास्कर
May 21, 2020, 05:55 PM IST
मुंबई. अग्रणी म्यूचुअल फंड कंपनी आदित्य बिरला सन लाइफ म्युचुअल फंड ने अपनी दो डेट फंड स्कीम्स में नया सब्सक्रिप्शन लेना बंद कर दिया है। साथ ही इस फंड से किसी और फंड में स्विच भी नहीं कर सकते हैं। इन दोनों फंड स्कीम्स का नाम क्रेडिट रिस्क फंड और मीडियम टर्म प्लान है। हालांकि कंपनी ने सुनिश्चित किया है कि यह निवेशकों की बेहतरी के लिए कदम उठाया गया है।
शुक्रवार से नया फैसला होगा लागू
गुरुवार को जारी एक सूचना में फंड हाउस ने कहा कि दो स्कीम्स बिरला क्रेडिट रिस्क फंड और बिरला मीडियम टर्म प्लान में नए सब्सक्रिप्शन और साथ ही स्विच करने की सुविधा अस्थाई तौर पर बंद की जा रही है। यह दोनों डेट फंड स्कीम्स हैं। यह स्कीम्स मुख्य रूप से एए और उसके नीचे की रेटिंग वाले कॉर्पोरेट बांड में निवेश करती हैं। फंड हाउस का यह निर्णय शुक्रवार से प्रभावी होगा। यह अगली नोटिस तक लागू रहेगा।
एसआईपी के तहत भी नहीं होगा नया निवेश
फंड हाउस ने कहा है कि इस सूचना के अनुसार एसआईपी के तहत कोई भी नया रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। इसमें सीएसआईपी या एसटीपी भी नहीं होगा। हालांकि अगर पहले से एसआईपी या कुछ भी किया गया है तो वह लागू रहेगा। इसके अलावा सभी नियम और शर्तें पहले की तरह लागू रहेंगे।
मौजूदा निवेशकों की सुरक्षा के लिए ऐसा किया-फंड हाउस
फंड हाउस ने कहा है कि हमने अपने क्रेडिट ओरिएंटेड फंड्स- मीडियम टर्म प्लान और क्रेडिट रिस्क फंड में अतिरिक्त पैसा लेना बंद कर दिया है। हमारा मानना है कि हमारे फंडों में काफी लाभ हैं जो अगले कुछ महीनों में मौजूदा निवेशक महसूस करेंगे। चूंकि हम इन फंडों में अधिक पैसा लेकर मौजूदा निवेशकों के लिए इसे कमजोर नहीं करना चाहते हैं, इसलिए हमने इन फंडों में नए subscriptions को रोक दिया है।
6 महीने में मीडियम टर्म ने दिया 9.79 प्रतिशत का घाटा
आंकड़ों को देखें तो बिरला मीडियम टर्म प्लान का एयूएम 4,500 करोड़ रुपए रहा है। इसका 6 महीने का घाटा 9.79 प्रतिशत रहा है। एक महीने में 51 प्रतिशत का घाटा रहा है। जबकि एक साल में इस फंड ने 8.48 प्रतिशत का घाटा दिया है। इसकी ज्यादा होल्डिंग श्रीराम सिटी (9.25 प्रतिशत), जे एम फाइनेंशियल (8.8 प्रतिशत), यूपी पावर कॉर्पोरेशन (9.75 प्रतिशत), पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (8.5 प्रतिशत), मन्नापुरम फाइनेंस (9.7 प्रतिशत) और भारती एयरटेल में 8.9 प्रतिशत की रही है।
क्रेडिट फंड ने एक साल में दिया 13 प्रतिशत का घाटा
जबकि इसके क्रेडिट रिस्क फंड की बात करें तो इसने एक साल में 0.59 प्रतिशत का लाभ दिया है। हालांकि 6 महीने में 2.34 प्रतिशत का घाटा दिया है। एक महीने में इसने निवेशकों को 13.11 प्रतिशत का घाटा दिया है। अप्रैल 2019 में इसका एयूएम 7,087 करोड़ रुपए था। जबकि अप्रैल 2020 में यह 2,576 करोड़ रुपए था। यानी एक साल में इसके एयूएम में करीबन 35 प्रतिशत की गिरावट दिखी है।
इसकी ज्यादातर होल्डिंग जे एम फाइनेंशियल (8.81 प्रतिशत), टाटा रियल्टी (8.40 प्रतिशत), भोपाल धुले (7.85 प्रतिशत), आरईसी (9.75 प्रतिशत), मन्नापुरम (9.75 प्रतिशत) और कैनरा बैंक में 11.25 प्रतिशत रही है।