- कांफ्रेंस कॉल में कंपनी के सीईओ ने बातचीत की है
- अनिस्टेड एनसीडी में से बीबी के मुताबिक कारोबार नहीं कर सकते हैं
दैनिक भास्कर
07 मई, 2020, दोपहर 01:44 बजे IST
मुंबई। फ्रैंकलिन टेंम्पल्टन म्यूचुअल फंड द्वारा हाल में 6 डेट स्कीम्स को बंद करने का मामला अब हॉट हो गया है। कंपनी के ग्लोबल सीईओ ने आरोप लगाया है कि रेगुलेटर सेबी के एक नियम की वजह से उसे 6 डेट स्कीम्स को बंद करना पड़ा। यह नियम था कि म्यूचुअल फंड कंपनी स्कीम के कुल कोस का 10 प्रतिशत से ज्यादा अनिस्टेड एनसीडी में नहीं डाला जा सकता है और उनमें ट्रेड भी नहीं हो सकता है।
अक्टूबर, 2019 में सेबी ने नया नियम लाया था
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2019 में मार्केट रेगुलेटर सेबी ने यह नियम लाया था। फ्रैंकलिन के सीईओ जेनिफर जॉनसन (जेनिफर जॉनसन) ने बताया कि सेबी ने म्यूचुअल फंड हाउस के लिए यह अनिवार्य कर दिया था कि वह अपनी स्कीम के कुल फंड का 10 फीसदी से ज्यादा अनिस्टेड नॉन-कंवर्टिबल डिबोंड (एनसीडी) में नहीं लगा सकते हैं। जॉनसन ने कहा कि वे तब ये एसेट्स बेचना चाहते थे लेकिन इस नियम की वजह से निर्माता नहीं मिल पा रहे थे।
हाईएल्ड बाजार में भारत अभी भी काफी छोटा है
कंपनी के नतीजों के बाद एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर जॉनसन ने बताया कि सेबी के इस नियम के बाद उनके फंड का लगभग एक तिहाई हिस्सा बेकार हो गया है क्योंकि सर्कुलर के बाद अनिस्टेड एनसीडीएस में ट्रेड नहीं हो सकता था। जॉनसन ने कहा कि भारत में एएए रेटिंग से किसी को प्रोडक्ट को निवेश के लायक नहीं समझा गया था। हाईडेल्ड मार्केट भारत में अभी काफी छोटा है। हमारे पास ऐसे काफी फंड थे। मूल रूप से ये 6 फंड ही ऐसे थे जिन्होंने इस तरीके के प्राथमिक डेट में निवेश किया था।
बंद की गई 6 स्कीम्स में फंसे 28,000 करोड़ रुपये हैं
बता दें कि फ्रैंकलिन टेंम्पल्टन इंडिया ने अप्रैल में अपने 6 डेट स्कीम्स को बंद कर दिया था। स्कीम्स के बंद होने का मतलब यह हो गया है कि निवेशक न तो अपना पैसा निकाल सकते हैं और न ही निवेश कर सकते हैं। हालांकि अभी भी कंपनी निर्माताओं को उनका पैसा वापस देने के लिए कहा जा रहा है। इसके लिए कंपनी या तो मैच्योरिटी का इंतजार करेगी या फिर वह इसे पहले बेचकर सकती है। इसका एयूएम 28,000 करोड़ रुपये के करीब है।