- दिल्ली-मुंबई के बीच उड़ान का कम से कम किराया 3500 रुपए होगा और अधिकतम किराया 10,000 रुपए होगा
- पुरी ने बताया कि 25 मई से जो उड़ानें शुरू की जा रही हैं उनमें यात्रा करने वाले यात्रियों को प्रोटेक्टिव गियर, फेस मास्क पहनना जरूरी होगा
दैनिक भास्कर
May 21, 2020, 04:38 PM IST
नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने 25 मई से घरेलू उड़ानों का परिचालन बहाल करने का फैसला किया है। केंद्रीय नागरिक उड्ड्यन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार इसी सिलसिले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इससे जुड़ी अहम जानकारियां साझा की हैं। प्राइवेट कंपनियां यात्रियों से मनमानी किराया वसूल ना कर सके इसके लिए सरकार ने रूट्स के मुताबिक कीमत फिक्स्ड करने पर फैसला लिया है।
पुरी ने कहा कि घरेलू उड़ानों को चलाने के लिए अधिकतम और न्यूनतम किराए की सीमा तय की गई है जिसका सभी एयरलाइंस को पालन करना होगा। उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई फ्लाइट टिकट की कीमत 3,500 रुपए से 10,000 रुपए के बीच होगी।
We’ve set a minimum & a maximum fare. In the case of Delhi, Mumbai the minimum fare would be Rs 3500 for a journey between 90-120 minutes, maximum fare would be Rs 10,000. This is operative for 3 months – till one minute to midnight on 24th August: Civil Aviation Minister HS Puri pic.twitter.com/oOGowbfnle
— ANI (@ANI) May 21, 2020
देश के सात रूट्स को अलग-अलग कैटेगरी में बांटे गए
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि फ्लाइट की अवधि को सात अलग-अलग कैटेगरी में बांटे गए हैं। ये कैटेगरी हैं- 0-30 मिनट, 30-60 मिनट, 60-90 मिनट, 90-120 मिनट, 120-150 मिनट, 150-180 और 180-210 मिनट। उदाहरण के लिए, दिलली से मुंबई के लिए न्यूनतम किराया 3,500 रुपए होगा तो अधिकतम किराया 10000 होगा। उन्होंने कहा कि ये नियम फिलहाल 3 महीने के लिए होगा जो 24 अगस्त की आधी रात तक लागू रहेगा।
हम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बारे में बाद में सोचेंगे
हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि 25 मई से जो उड़ानें शुरू की जा रही हैं उनमें यात्रा करने वाले यात्रियों को प्रोटेक्टिव गियर, फेस मास्क पहनना जरूरी होगा और सैनिटाइजर की बोतल साथ रखना अनिवार्य होगा। एयरलाइंस उड़ानों के दौरान खाना नहीं परोसेंगी। पानी की बोतल गैलरी एरिया और सीटों पर मुहैया कराई जाएंगी। पुरी ने ये भी कहा कि घरेलू उड़ानों को दोबारा शुरू करने के हमारे अनुभव के आधार पर, हमें कुछ प्रक्रियाओं में तब्दीली करनी पड़ सकती है, उसके बाद ही हम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बारे में सोचेंगे।