अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Updated Fri, 22 May 2020 05:54 AM IST
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यूनिसेफ के मुताबिक पश्चिम बंगाल में अकेले 1.6 करोड़ बच्चे तूफान से तबाही की चपेट में आ सकते हैं। उसका कहना है कि तूफान ने भारी तबाही मचाई है और इसका असर लाखों बच्चों पर पड़ेगा। दक्षिण एशिया में यूनिसेफ की क्षेत्रीय निदेशक जीन गॉफ ने कहा, हमारी एक चिंता यह भी है कि कोविड-19 महामारी के बीच दोनों देशों में तूफान से मानवीय नुकसान अधिक हो सकता है। तूफान से बचाव के लिए जिन लोगों को विशेष कैंपों में रखा गया है उनके कोरोना की चपेट में आने का खतरा है।
उन्होंने कहा, हम हालातों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। तूफान ग्रस्त इलाकों में रहने वाले परिवारों और उनके बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। यूनिसेफ भारत और बांग्लादेश की सरकारों के साथ मिलकर इस स्थिति से निपटने के लिए लगातार काम कर रहा है।