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बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इसमें से छह संदिग्ध दिल्ली से हैं जबकि 24 मामले त्रिपुरा से हैं। सभी को एम्स झज्जर और जीबी पंत अस्पताल अगरतला में क्वारंटीन किया गया है। अब तक 223 बीएसएफ के युवा कोरोना की चपेट मेें आ चुके हैं।
के 30 नए मामले #COVID-19 बीएसएफ कर्मियों (06 से) के बीच
दिल्ली और त्रिपुरा से 24) अलग-अलग प्रतिष्ठानों से रिपोर्ट किए गए हैं। ये सभी एम्स, झज्जर और अगरतला में जीबी पंत अस्पताल में सर्वोत्तम उपलब्ध चिकित्सा देखभाल के अधीन हैं: सीमा सुरक्षा बल pic.twitter.com/f8tODMF1X7
– एएनआई (@ANI) 8 मई, 2020
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में मिले छह जवानों में से दो बीएसएफ के हेडक्वार्टर में तैनात थे और बाकी चार अन्य स्थानों पर थे। वहीं लोधी कॉलोनी स्थित बीएसएफ के हेडक्वार्टर में एक और मंजिल को सील कर दिया गया है। इससे पहले दो मंजिल पहले से सील थे। अबतक 223 युवा हो चुके हैं। इसमें से दो की मौत हो जाएगी और दो स्वस्थ हो चुके हैं।
गुरुवार को हुई थी दो जवानों की मौत की पुष्टि
गुरुवार को बीएसएफ ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के दो जवानों के बाद अब बीएसएफ के भी दो जवानों की कोरोनावायरस के संक्रमण से मौत हो गई है। बेहद तेजी से फैलने वाले वायरस ने महज 24 घंटे में बीएसएफ के 41 और जवानों को चपेट में ले लिया।
बीएसएफ के दो जवानों की मौत कोरोनावायरस के कारण मौत हुई है। इनमें से एक युवा सुपर स्पेशियलिटी क्लीनिक में उपचार कराने के दौरान चेतन हुआ था, जबकि दूसरे युवा को 3 मई सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 4 मई को हालत खराब होने पर उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि, तब तक सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके थे। बीते बुधवार को जब अस्पताल से रिपोर्ट आई तो पता चला कि जवान कोरोनाबल था। इसके बारे में सीमा सुरक्षा बल ने शोक व्यक्त किया है। बीएसएफ के महानिदेशक सहित अन्य सभी सीमा प्रहरियों ने संवेदना व्यक्त की है।
बीएसएफ की ओर से बताया गया है कि बीते बुधवार से अब तक 41 और युवा देशभर में निष्क्रिय हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर युवा कोरोनावायरस की इस महामारी में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर व्यवस्था बनाए रखने का काम कर रहे हैं। ड्यूटी के दौरान पहले, दूसरे और तीसरे स्तर पर संपर्क में आए जवानों को क्वारंटीन कर दिया गया है। बीएसएफ में अभी तक 195 युवा कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से दो की मौत हो चुकी है और दो जवान इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं।