19 वें ओवर में विराट कोहली ने 28 रन लुटा दिए थे (फाइल फोटो)
टीम लगभग जीत की दहलीज पर ही ढेर थी, लेकिन 19 वें ओवर में विराट कोहली (विराट कोहली) ने 28 देकर अपनी टीम को हार की कगार पर ला दिया।
मोर्कल ने कहा कि चेपक न्यूटेडियम में खेले गए इस मुकाबले में 20 ओवर में 206 रनों का पीछा करते हुए सीएसके ने 18 ओवर के खेल तक 5 विकेट गंवा दिए थे और आखिरी के दो ओवर में 43 रन चाहिए थे। 18 वें ओवर की आखिरी गेंद पर विकेट गिरा था। ऐसे में वे बुल्लीटिंग के लिए आए और आरसीबी के कपतान डेनियल विट्टोरी ने उस महत्वपूर्ण ओवर में गेंद कोहली को थमा दी। 19 वें ओवर में उन्हें हेहली की गेंदों पर ताबड़तोड़ बल्लीटिंग की और 28 रन बनाने की श्रृंखला मिली। इसके बाद आखिरी ओवर में बाकी के बचे हुए 15 रन ड्वेन ब्रावो ने जड़ दिए। ब्रावो ने विनय कुमार की गेंदों पर दो चौके लगाकर सीएसके को जीत दिला दी।
कोहली को गेंदबाजी करनी चाहिए थी
मोर्कल ने कहा कि उनकी टीम उस से में ही नहीं थी। मुकाबला आरसीबी के पक्ष में था, लेकिन वेन नहीं पता कि विराट कोहली को गेंद नयुन दी गई। सभी उनका काफी सममान करते हैं। उन पर भी गेंदबाजी नहीं करनी चाहिए थी। मोर्कल ने कहा कि जब वे सातवें नंबर पर बुलिंग करने आए थे तो इंटरकोरबोर्ड देखकर उन्हें असंभव सा नजर आया। लेकिन जब उन्होंने हे कोहली के हाथ में गेंद देखी तो सोचा कि मैच को थोड़ा करीब होगा। उसके बाद वह पहले गेंदबाज पर तो बच गया और उस गेंदबाज ने चार रन जोड़े। लेकिन अगली गेंदों पर ताथतोड़ रन जुटाए। मोर्कल ने कहा कि वह 15 मिनट में अपने करियर के सबसे शानदार पुल थे, वह कोई जादू नहीं था।भारत के म्यूजियम में रखा जाएगा तिहरा शतक जड़ने वाले इस पाक खिलाड़ी का बल्ला
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प्रथम प्रकाशित: 8 मई, 2020, 12:59 PM IST
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