कोरोना से उन लोगों को भी खतरा हो सकता है जिनके विटामिन-डी की कमी है। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि ऐसे ज्यादातर लोगों की मौत भी हो सकती है। ये हैरान करने वाला खुलासा 20 यूरोपीय देशों में विटामिन-डी के औसत स्तर को हानिकारक रोगियों की दर और उनकी मृत्यु दर की तुलना कर के तैयार हो गया है।]इसके खुलासे के बाद वैज्ञानिक वायरस और विटामिन-डी के बीच संबंध धारणादने में जुट गए हैं।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका
त्वचा कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ। राचेल नीएल का कहना है कि वायरस की चपेट में आने वाले व्यक्ति में विटामिन-डी का स्तर कम है तो उसे खतरा अधिक है। विटामिन-डी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को संतुलित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका दिखाता है।
- अलग से डोज देने पर करना होगा विचार
क्वीन एलिजाबेथ हॉस्पिटल फाउंडेशन ट्रस्ट और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंगिला के वैज्ञानिकों के अनुसार संक्रमण से बचाने के लिए विटामिन-डी की डोज देने पर विचार करना होगा। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि विटामिन-डी से भिन्न व्यक्ति के ठीक होने की भी संभावना बढ़ सकती है।
ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ डबलिन में एक अध्ययन में पता चला है कि विटामिन-डी की डोज से एक व्यक्ति में छाती में संक्रमण की संभावना 50 प्रतिशत कम हो गई है।
अध्ययन के अनुसार इटली में 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में विटामिन-डी का स्तर 30 %OL / एल था जो औसत से 26 %OL / एल कम था। इटली में बड़े पैमाने पर मौतें हुई हैं। यह हाल ही के मौसम का है जहां विटामिन-डी का स्तर 26, स्पेन में 28 और इटली में औसतन हर व्यक्ति में ये 45 %OL / एल है जो सामान्य से कम है। ये सभी देश कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हैं।
- जानिए कैसे बनता है विटामिन-डी, पांच-दस मिनट धूप में रहने से फायदा
सुबह के समय व्यक्ति द्वारा 5 से 10 मिनट तक धूप में गुजारने से कुछ हद तक इसकी पूर्ति हो सकती है। इस दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखें। शरीर को विटामिन-डी खाद्य पदार्थों जैसे मछली, मशरूम आदि से भी मिलता है।
कोरोना से उन लोगों को भी खतरा हो सकता है जिनके विटामिन-डी की कमी है। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि ऐसे ज्यादातर लोगों की मौत भी हो सकती है। ये हैरान करने वाला खुलासा 20 यूरोपीय देशों में विटामिन-डी के औसत स्तर को हानिकारक रोगियों की दर और उनकी मृत्यु दर की तुलना कर के तैयार हो गया है।]इसके खुलासे के बाद वैज्ञानिक वायरस और विटामिन-डी के बीच संबंध धारणादने में जुट गए हैं।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका
त्वचा कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ। राचेल नीएल का कहना है कि वायरस की चपेट में आने वाले व्यक्ति में विटामिन-डी का स्तर कम है तो उसे खतरा अधिक है। विटामिन-डी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को संतुलित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका दिखाता है।
- अलग से डोज देने पर करना होगा विचार
क्वीन एलिजाबेथ हॉस्पिटल फाउंडेशन ट्रस्ट और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंगिला के वैज्ञानिकों के अनुसार संक्रमण से बचाने के लिए विटामिन-डी की डोज देने पर विचार करना होगा। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि विटामिन-डी से भिन्न व्यक्ति के ठीक होने की भी संभावना बढ़ सकती है।
ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ डबलिन में एक अध्ययन में पता चला है कि विटामिन-डी की डोज से एक व्यक्ति में छाती में संक्रमण की संभावना 50 प्रतिशत कम हो गई है।
अध्ययन के अनुसार इटली में 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में विटामिन-डी का स्तर 30 %OL / एल था जो औसत से 26 %OL / एल कम था। इटली में बड़े पैमाने पर मौतें हुई हैं। यह हाल ही के मौसम का है जहां विटामिन-डी का स्तर 26, स्पेन में 28 और इटली में औसतन हर व्यक्ति में ये 45 %OL / एल है जो सामान्य से कम है। ये सभी देश कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हैं।
- जानिए कैसे बनता है विटामिन-डी, पांच-दस मिनट धूप में रहने से फायदा
सुबह के समय व्यक्ति द्वारा 5 से 10 मिनट तक धूप में गुजारने से कुछ हद तक इसकी पूर्ति हो सकती है। इस दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखें। शरीर को विटामिन-डी खाद्य पदार्थों जैसे मछली, मशरूम आदि से भी मिलता है।