रिपोर्टर डेस्क, अमर उजाला, विशाखापत्तनम
अपडेटेड शुक्र, 08 मई 2020 10:34 AM IST
गैस रिसाव होने से गुरुवार को 11 लोगों की मौत हो गई थी
– फोटो: पीटीआई
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गृह मंत्रालय ने कहा कि मीडिया में खबरें हैं कि एक और गैस रिसाव हुआ है। स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह एक आधुनिक तकनीकी युक्ति थी। कंटेनर को नियंत्रण में लाने के लिए आवश्यक था। अब यह नियंत्रण में और न्यूट्रलाइजेशन की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है। किसी भी हालत में हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि एक और लीक हुआ था। यह स्पष्ट है कि यह एक मामूली तकनीकी रिसाव था। कंटेनर को नियंत्रण में लाना आवश्यक है। यह नियंत्रित किया गया है और न्यूट्रलाइजेशन की प्रक्रिया पहले से ही प्रोसेस में है। सिचुएशन नियंत्रण में है: MHA #VizagGasTragedy
– एएनआई (@ANI) 8 मई, 2020
पुनः गैस लीक होने की घटना पर अग्निशमन अधिकारी संदीप आनंद ने कहा था कि एहतियातन तीन किमी तक गांव खाली कर रहे हैं।]वहीं, पुलिस ने कहा था कि मेंटिनेंस के नेतृत्व में की अफवाह उड़ी है। बता दें कि आंध्र सरकार ने गैस लीक हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ व पीड़ितों को 10-10 लाख की मदद का एलान किया।
गौरतलब है कि गुरुवार की सुबह आंध्र प्रदेश में प्लास्टिक फैक्टरी में जहरीली गैस टिप से 11 लोगों की मौत हो गई। विशाखापत्तनम से लगभग 30 किमी दूर आरआर वेंकटपुरम गांव में स्थित दक्षिण कोरियाई कंपनी पॉलीमर्स के पौधे में गुरुवार की सुबह जहरीली गैस स्टाइरीन का टन हुआ।
भोपाल गैस त्रासदी के लगभग 36 साल बाद इस हादसे में दो बच्चे भी मारे गए हैं। दो की मौत तो अफरातफरी के बीच गांव से भागते जब कुएं में गिरने से हो गए हैं। दमनी और बेहोशी की शिकायत पर 800 से ज्यादा को भर्ती किया गया। राष्ट्रीय आपदा बचाव बल (एनडीआरएफ) ने गांवों से तकरीबन 1500 लोगों को सुरक्षित निकाला।