न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जे
अपडेट किया गया बुध, 06 मई 2020 04:48 PM IST

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जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के बेगपुरा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के रणधर रियाज को मार गिराया है। बेगपुरा में हिजबुल मुजाहिदीन केंदरर रियाज आकू के छिपे होने की सुरक्षाबलों को को मिला था। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी। घंटों चले इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली।

रियाज अहमद नायकू घाटी का सबसे वांछित आतंकी था। मुठभेड़ में यासीन इट्टू की मौत के बाद से इसने कमान संभाली थी। दिसंबर 2012 में हिज्ब में शामिल हुआ और महज पांच साल में संगठन के प्रमुख बन गए। वह तकनीक में महारत रखता था। एक आतंकी के जनाजे में शामिल होने के बाद उसने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान को समर्थन देने की बात कही थी।

आकू सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर 2016 में डाक ब्वॉय बुरहान वानी की मौत के बाद आना शुरू हुआ था। उसके सिर पर 12 लाख रुपये का इनाम था। अवंतीपुरा के दुरबग के आकू मोहल्ले का निवासी आकू घाटी के वांछनीय आतंकवादियों की ए ++ श्रेणी में आता है।

उसने घाटी में सतर्कर भट की मौत के बाद हिजबुल मुजाहिद्दीन के मुखिया का पद संभाला था। नायकू को पूरी घाटी में हिजबुल कान्दरर माना जाता था। सुरक्षा एजेंसियों ने पहले उसे कई बार घेरा था, लेकिन हर बार वह किसी तरह बचकर भाग निकलने में सफल हो जाता था।

नायकू ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि वह कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी का स्वागत करेगा और दावा किया कि आंतकी पंडितों के दुश्मन नहीं हैं। नायकू के दो करीबी अल्ताफ काचरु और सद्दाम पेद्दार को सुरक्षाबल काफी पहले ही ढेर कर चुके हैं।

माना जाता है कि आकू ने गन सैल्यूट को पुनर्जीवित किया, जिसे आतंकी खुदंदर की मौत पर देते थे। मरे हुए आतंकियों के जनाजे के दौरान उसे हवा में गोली चलाकर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए देखा गया था। सुरक्षा अधिकारियों का मानना ​​है कि अपनी छवि के कारण उसने दक्षिण कश्मीर के बहुत से युवाओं को आतंकी गुट में शामिल करने में सफलता प्राप्त कर ली।

दक्षिणी कश्मीर के हिजबुलंदर रियाज आकू ने जनवरी 2018 में पंचायत चुनाव लड़ने वालों पर एसिड हमले करने की कोशिश की थी। भरते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां ​​समीक्षा हो गई थीं।

12:34 मिनट के वीडियो में समीर टाइगर हिजबुलंदरर से पंचायत चुनाव को लेकर निर्देश मांगते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में रियाज आकू ने कहा था कि आने वाले पंचायत चुनाव में भागीदारी करने वालों पर एसिड हमला किया जाना।

उन्होंने कहा था कि चुनाव में हिस्सा लेने वाले लोगों को गोली से नहीं मारेंगे, लेकिन ऐसी सजा देंगे जिससे उन्हें अहसास हो जाए। चुनाव में वे केवल लोग भाग लेते हैं जो घर वालों पर बोझ होते हैं। अगर उन्हें गोली से मार दिया गया तो एसआरओ के तहत नौकरी मिल जाएगी और आर्थिक मदद भी मिलेगी। इस कारण से ऐसी सजा देनी है जिसके तहत वे गलती का अहसास कर सकते हैं।

जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के बेगपुरा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के रणधर रियाज को मार गिराया है। बेगपुरा में हिजबुल मुजाहिदीन केंदरर रियाज आकू के छिपे होने की सुरक्षाबलों को को मिला था। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी। घंटों चले इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली।

रियाज अहमद नायकू घाटी का सबसे वांछित आतंकी था। मुठभेड़ में यासीन इट्टू की मौत के बाद से इसने कमान संभाली थी। दिसंबर 2012 में हिज्ब में शामिल हुआ और महज पांच साल में संगठन के प्रमुख बन गए। वह तकनीक में महारत रखता था। एक आतंकी के जनाजे में शामिल होने के बाद उसने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान को समर्थन देने की बात कही थी।

आकू सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर 2016 में डाक ब्वॉय बुरहान वानी की मौत के बाद आना शुरू हुआ था। उसके सिर पर 12 लाख रुपये का इनाम था। अवंतीपुरा के दुरबग के आकू मोहल्ले का निवासी आकू घाटी के वांछनीय आतंकवादियों की ए ++ श्रेणी में आता है।

उसने घाटी में सतर्कर भट की मौत के बाद हिजबुल मुजाहिद्दीन के मुखिया का पद संभाला था। नायकू को पूरी घाटी में हिजबुल कान्दरर माना जाता था। सुरक्षा एजेंसियों ने पहले उसे कई बार घेरा था, लेकिन हर बार वह किसी तरह बचकर भाग निकलने में सफल हो जाता था।


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नायकू ने गन सैल्यूट को पुनर्जीवित किया





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