- चीन का आरोप है कि अमेरिका महामारी से सामना में अपनी नाकामी से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है
- जापान ने 1941 में अमेरिका के नेवी बेसल हार्बर पर हमला किया था, जिसमें लगभग ढाई हजार लोगों की जान गई थी
दैनिक भास्कर
07 मई, 2020, 11:29 AM IST
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोनावायरस को लेकर चीन पर फिर से लक्ष्य साधा है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस, पर्ल हार्बर पर हुए हमले से भी बड़ा संकट है। यह महामारी चीन से ज्यादा अमेरिका की दुश्मन है। जापान ने दूसरे विश्वयुद्ध के समय 7 दिसंबर 1941 को अमेरिका के नेवी बेसल हार्बर पर हमला किया था, जिसमें लगभग ढाई हजार लोगों की जान गई थी।लेकिन, इससे कई गुना ज्यादा नुकसान कोरोना की वजह से हो गया है।
अमेरिका में 12 लाख से ज्यादा लोग कोरोनाअर
अमेरिका महामारी को लेकर चीन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कर रहा है। उसका आरोप है कि चीन की लापरवाही की वजह से वायरस फैल रहा है। वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। कोरोनावायरस से अमेरिका में अब तक 12 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं, जबकि 75 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं, चीन का कहना है कि अमेरिका संक्रमण से सामना में अपनी नाकामी से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है।
अदृश्य दुश्मन को युद्ध की तरह ही देखता है: ट्रम्प
ट्रम्प ने बुधवार को कहा कि कोरोना के माध्यम से हमारे देश पर अब तक का सबसे बड़ा हमला हुआ है। इसे वहीं रोका जा सकता था, जहां से इसकी शुरुआत हुई थी। लेकिन चीन ने ऐसा नहीं किया। मैं नहीं जानता कि यहाँ कैसे पहुँचा। मैं किसी अदृश्य दुश्मन को युद्ध की तरह ही देखता हूं। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भी कहा कि कोरोना वुहान के जापान से ही बाहर निकला है। हमारे पर इसके पर्याप्त खंड हैं।
अमेरिकी एक्सपर्ट ने कहा- वायरस नेचर से डेवलपर को हुआ
चीन की सरकारी मीडिया ने अमेरिका पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। अमेरिका के प्रमुख स्वास्थ्य एक्सपर्ट एंथनी फोसी ने भी सोमवार को कहा था कि कोरोनावायरस किसी अस्पताल से नहीं बल्कि नेचर (प्रकृति) से डेवलपर हुआ है।
अमेरिका में 6 महीने बाद चुनाव, कोरोना मुद्दा बना
अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। इस बार ट्रम्प को अमेरिका की गिरती अर्थव्यवस्था की वजह से कड़ी टक्कर मिल सकती है। लेकिन, कोरोना का मुद्दा गरमाने के बाद अर्थव्यवस्था का मुद्दा दब गया है। पिछले महीने के एक ओपिनियन पोल में यह बात सामने आई थी कि इस समय अमेरिका की दो-तिहाई आबादी चीन से नाराज है। साथ ही ये भी मानते हैं कि ट्रम्प ने महामारी से सामना में देरी की। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन ने इसे चुनावी मुद्दा बना दिया है। वहाँ, उन्हें ट्रम्प म्प बीजिंग बिडेन के कहकर चीन का समर्थक बता रहे हैं।