- कंपनी ने कहा कि यह छटनी कस्टमर सपोर्ट और रिक्रूटिंग टीम में की गई है।
मार्च में ही कंपनी ने बताया था कि कोरोना हॉटस्पॉट्स में टैक्सी की मांग में 60% कम हुई।
मार्च में ही कंपनी ने बताया था कि कोरोना हॉटस्पॉट्स में टैक्सी की मांग में 60% कम हुई।
दैनिक भास्कर
07 मई, 2020, दोपहर 12:11 बजे IST
न्यूयॉर्क। कोरोना महामारी का असर ई-कॉमर्स, टूरिज्म और एविशन सेक्टर के साथ टैक्सी सर्विस कंपनीज पर भी देखने का दबाव है। हाल में अमेरिकी राइड शेयरिंग उबर ने लगभग 14 फीसदी स्टाफ यानी लगभग 3700 फुल टाइम कर्मचारियों की छटनी करने का ऐलान किया। कंपनी ने महामारी के कारण जारी लॉकडाउन में आई ट्रिप में आई कमी को इसकी वजह बताया। यह ऐलान कंपनी ने अपने तिमाही परिणाम जारी होने के बाद किया।
पिछले साल कंपनी को 8.5 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था
कंपनी की चीफ एग्जीक्यूटिव दारा खोस्रोशाही ने भी वर्षभर के लिए अपनी उम्र सैलरी में कटौती की जो पहले एक मिलियन डॉलर तय की थी। महामारी के पहले भी उबर आर्थिक संकट से जूझ रहा था। कंपनी को 2019 में 8.5 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। कंपनी ने कहा कि यह छटनी कस्टमर सपोर्ट और रिक्रूटिंग टीम में की गई है, जिसे 20 मिलियन डॉलर और अन्य खर्चों का भुगतान करना पड़ा है।
कंपनी ने मार्च में दे दी थी चेतावनी
- मार्च में ही एग्जीक्यूटिव्स ने कंपनी को यह चेतावनी दे दी थी कि कोरोना हेलस्पॉट्स में टैक्सी सेवा की मांग में 60 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि उबर ईट्स खाद्य अधिसूचना सेवा में वृद्धि देखने को मिली है।
- कंपनी ने बुधवार को बताया कि वर्तमान में हमें पता नहीं है कि रिकवरी करने में कितना समय लग सकता है, इसलिए खर्च में कटौती करने के लिए हमे यह कदम उठाना पड़ा। कंपनी का ज्यादातर व्यवसाय बड़े शहरों में फैला है, ऐसे शहर भी शामिल हैं जो कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। पिछले साल न्यूयॉर्क और सैनफ्रांसिस्क सहित अमेरिका के चार मेट्रो शहर सहित लंदन में कंपनी ने प्लेटफार्म पर 23 प्रतिशत खर्च किया।