कोरोना के प्रकोप ने मदर्स डे को और भी अधिक ममतामयी बना दिया है। ओल की तैयारियों के चलते प्रशिक्षण केंद्रों या कैंप में फंसे खिलाड़ियों की खासतौर पर महिला खिलाड़ियों की चिंता माताओं को ज्यादा ही सता रही है। ज्यादातर खिलाड़ियों को वर्षों बाद लॉकडाउन के कारण मदर्स डे पर घर में मां के आशीर्वाद का मौका मिला है। वैसे मां से एक या दो दिन में खिलाड़ियों की बात होती है, पर इन दिनों मां का दिन में तीन कॉल आना आम बात है। सभी की जुबां पर यही बात होती है, बेटी कमरे में ही रहती है, बाहर नहीं निकलना।
शूटर मनु भाकर के मुताबिक मां इस बार कुछ ज्यादा ही रख रख रही हैं। लंबे समय बाद माता-पिता के साथ इतना लंबा हो गया गुरेजने का मौका मिला है।