- मियांदाद ने एक वीडियो में कहा- मैंने नया बैंक खाता खुलवाया है, हर पाकिस्तानी इसमें पैसे देता है
- जावेद भारत के मोस्ट वॉन्टेड डॉन इब्राहिम के समधी भी हैं, कश्मीर मुद्दे पर उकसाऊ बयानबाजी की है।
दैनिक भास्कर
10 मई, 2020, 12:06 PM IST
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद के मुताबिक, मुल्क पर बढ़ते कर्ज की वजह से उसके एटमी हथियारों के खतरे में हैं। जावेद ने कहा- अगर हमने आईएमएफ जैसे संगठनों का कर्ज नहीं चुकाया तो वो हमारा एटम बम ले जाएंगे। इतना ही नहीं, मियांदाद ने इन कर्जों को चुकाने के लिए एक बैंक खाता भी खोला लिया है और उसमें लोगों के पैसे जमा करने की अपील की है। इस पूर्व दंत चिकित्सक ने कहा- मैं लोगों से मुल्क की खातिर भीख मांग रहा हूं।
लूटने वाले अब मुल्क बचा रहे हैं
मियांदाद ने शनिवार रात सोनी पर एक वीडियो जारी किया। कहा, “मैंने नेशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान में एक खाता खोला है। मैं आप लोगों से भीख मांगता हूं कि इसमें पैसा जमा करें ताकि हमारा एटम बम सक्षम हो सके। अगर हमने आईएमएफ जैसे आयोजनों का कर्ज नहीं लौटाया तो वो इस बम को ले जाएंगे। मैं जानता हूं कि इस देश के लोगों ने अपने ही मुल्क को खूब लूटा है। अब कब है जब वह मुझे भीख देकर अपने पापों का प्रायोजन कर सकता है। विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी भी अब फर्ज खेलते हैं।]
इंटरनेशनल बैंक अकाउंट
मियांदाद भारत के मोस्ट वॉन्टेड फोर्ट इब्राहिम के समधी हैं। वीडियो में वो आगे कहते हैं, “मेरा नया खाता इंटरनेशनल है और इसका इस्तेमाल सिर्फ मैं करूंगा। हम आईएमएफ का कर्ज चुकाएंगे। लोग हर महीने इसमें पैसा डिपॉजिट करें। हमारे ऊपर पहले ही बहुत कर्ज है। अगर अब हम आईएमएफ से कर्ज लेने जाएंगे तो वह सबसे पहले हमारे एटमी हथियारों यानी हमारे बम की मांग करेगा। यह बचाना है तो उनका पैसा वापस करना होगा। इसके लिए मैं आपसे भीख माँग रहा हूँ।]
پوری دنیا میں پاکستانی بھائیوں سے اپیل: پاکستان کا قرضہ ہم عوام کو مل کر ہی اتارنا ہوگا, پاکستان کا قرض اتارنے میں میری مدد کریں, ویڈیو مکمل ملاحظہ فرمائیں।#कर्ज #JavedMiandad #LoanFreePakistan pic.twitter.com/tlZGTt9eed
– जावेद मियांदाद d (@I_JavedMiandad) 8 मई, 2020
इमरान से करीबी और दूरी
कश्मीर मुद्दे पर मियांदाद ने प्रधानमंत्री इमरान खान का साथ दिया था। सड़कों पर मार्च भी निकाला। हालांकि, मैदान पर दोनों के संबंध कभी अच्छे नहीं रहे। आरोप है कि इमरान के इशारे पर वकार यूनिस और वसीम अकरम ने जावेद के खिलाफ टीम में गुटबाजी की थी। इसके बाद मियांदाद कोक्षितानी छोड़नी पड़ी थी। जावेद 1992 में विश्व कप जीतने के बाद पैसों के बंटवारे को लेकर भी इमरान पर आरोप लगा चुके हैं। इमरान उस टीम के कप्तान थे।