- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा- आंतरिक स्तर पर वैक्सीन बनाने की जो कोशिशें चल रही हैं, ब्रिटेन की जरूरतों के हिसाब से है।
- ब्रिटेन में लॉकडाउन में राहत देने की सरकार की योजना की आलोचना हुई, लोगों ने कहा- नए नियम स्पष्ट नहीं हैं
दैनिक भास्कर
12 मई, 2020, 10:10 AM IST
लंदन। ब्रिटेन के प्रधान बोरिस जॉनसन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर महत्वपूर्ण बात कही है। उन्होंने सोमवार की रात कहा कि मैं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीन तैयार करने के बारे में कुछ उत्साहित करने वाली बातें सुन रहा हूं, लेकिन इसका किसी तरह का यकीन नहीं है। मुझे यकीन है कि मैं सही कह रहा हूं कि 18 साल के बाद भी हमारे पास सार्सीन वायरस का वैक्सीन नहीं है।
जॉनसन ने कहा कि मैं इतना ही कह सकता हूं कि ब्रिटेन वैक्सीन बनाने की आंतरिक गतिविधियों में अग्रिम पंक्ति में है। उन्होंने कोरोना वैक्सीन तैयार करने में ब्रिटेन की भूमिका के बारे में पूछने पर यह बात कही।
सरकार वैक्सीन बनाने में भारी राशि निवेश कर रही है: जॉनसन
ब्रिटिश पीएम ने कहा कि सरकार वैक्सीन तैयार करने के लिए भारी राशि भी डाल रही है। अगर आप मुझसे पूछेंगे कि क्या मैं लंबे समय तक ऐसी स्थिति नहीं रहने के बारे में निश्चित हूं तो मैं यह नहीं कह सकता। हो सकता है हमें बहुत नर्म या सख्त रवैया अपनााना हो। हमें इससे सामना करने के लिए और स्मार्ट तरीके अपनाने के साथ। यह सिर्फ एक संक्रमण नहीं है बल्कि भविष्य में भी इससे भिन्न फैलने का खतरा है।
ानी वैक्सीन नहीं बनती है तो मैं हैरानी होगी ’
ब्रिटेन के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिएक वेलेंस ने कहा कि वैक्सीन तैयार करने की संभावना बहुत है। उन्होंने कहा कि अगर ब्रिटेन में वैक्सीन नहीं बनती तो मुझे हैरानी होगी। हालांकि, वे भी इस मुद्दे पर अपने प्रधानमंत्री से सहमत नजर आए। उन्होंने कहा कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी कोरोना का केक तैयार कर रही है। यहां टीके का इंसानों पर परीक्षण 25 अप्रैल को शुरू हुआ था। माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट एलिसा ग्रैनेटो को कोविड -19 का पहला टीका लगाया गया था।
देश को फिर से खोलने की प्रधानमंत्री की योजना है
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को देश से पाबंदियों को हटाने की योजना संसद में पेश की। इसके लिए उन्होंने ‘होम’ से ‘स्टे रिव्यू’ के संदेश पर शिफ्ट होने की बात कही। इस योजना की आलोचना की जा रही है। लोगों का कहना है कि नए नियम स्पष्ट नहीं है। जॉनसन पर मौजूदा लॉकडाउन के नियमों को कठिन बनाने का आरोप लगाया जा रहा है। इसमें खुलने और न खोले जाने वाली सुविधाओं को लेकर भ्रम है। हालांकि जॉनसन ने इन आरोपों को दरकिनार किया है। उन्होंने कहा कि नए नियम में भी लोगों को ज्यादा घर पर ही रहना होगा।