- बीएसईएस राजधानी और बीएसईएस यमुना में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की 51% हिस्सेदारी है
- अगस्त 2018 में Reliance Infra ने मुंबई का बिजली कारोबार अडानी ट्रांसमिशन को बेचा था
दैनिक भास्कर
12 मई, 2020, 12:56 PM IST
नई दिल्ली। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर अपनी राजधानी दिल्ली का बिजली वितरण कारोबार बेचना चाहती है। दिल्ली की बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) और बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएलएल) में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्टर की 51-51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस मामले से वाकिफ तीन स्रोतों के मुताबिक, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर इन दोनों कंपनियों को अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचना चाहता है।
इन ऐक्टर्स ने जनेट खरीदने की इच्छा जताई
इस मामले से वाकिफ सूत्रों के मुताबिक, इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर सीडीपीक्यू, एक्टिस एलएलपी और ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट ने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के इस बिजली वितरण कारोबार की खरीदने की इच्छा जताई है। इसके अलावा ग्रीनको एनर्जी होल्डिंग्स, इनेल ग्रुप, आई स्वासयर्ड कैपिटल, टोरेंट पावर और वेड कैपिटल ग्रुप एलिप्स ने भी इस परियोजना में दिलचस्पी दिखाई है। लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्टर ने इस हिस्से के बेचने के लिए निर्माता तलाशने की जिम्मेदारी केपीएमजी कोपीपी को सौंप दी है।
बीएसईएस राजधानी और यमुना के पास 44 लाख ग्राहक हैं
राजधानी दिल्ली की प्रमुख बिजली वितरण कंपनियों में शुमार बीएसईएस राजधानी और बीएसईएस यमुना के पास लगभग 4.4 मिलियन यानी 44 लाख ग्राहक हैं। राजधानी दिल्ली में 2002 में बिजली वितरण का निजीकरण किया गया था। तब तक दिल्ली का बिजली वितरण तीन कंपनियों बीआरपीएल, बीवाईपीएल और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड को सौंपा गया था। इन सभी कंपनियों में दिल्ली पावर लिमिटेड की 49 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके अलावा राजधानी दिल्ली में कैंट क्षेत्र में मिलिट्री के निर्देश और नई दिल्ली म्यूनिसिपिल कॉरपोरेशन बिजली वितरण का कार्य करता है।
कर्ज चुकाने के लिए बेची जा रही भाग
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ऋण कम करने के लिए संपत्तियों की बिक्री कर रही है। अगस्त 2018 में Reliance Infra ने मुंबई सिटी पावर डिस्ट्रीब्यूशन कारोबार अडानी ट्रांसमिशन को बेचा था। इस बिक्री से रिलायंस इन्फ्रा को 18,800 करोड़ रुपये मिले थे। 8 मई को मार्च तिमाही के वित्तीय परिणामजे घोषित करते समय रिलायंस इन्फ्रा ने अगले वित्तीय वर्ष तक कंपनी को कर्ज मुक्त बनाने का ऐलान किया था।