- यूएन की मानवाधिकार उच्चायुक्त ने अमेरिका से पुलिस अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की
- न्यूयॉर्क में भी 40 प्रदर्शनकारी गिफ्तार, प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर लूटपाट के साथ आगजनी की
दैनिक भास्कर
May 29, 2020, 03:49 PM IST
न्यूयॉर्क. अमेरिका के मिनेसोटा राज्य के मिनीपोलिस शहर में दंगे भड़क गए हैं। यहां तीन दिन पहले पुलिस की बर्बरता से अफ्रीकन-अमेरिकन की मौत हो गई थी। शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने मिनीपोलिस पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी और कई जगहों पर लूटपाट की। मिनेसोटा के गर्वनर टिम वाल्ज ने राज्य में आपातकाल की घोषणा की है। इसके साथ ही न्यूयॉर्क में प्रदर्शन के बाद 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ट्रम्प ने चेतावनी दी है कि अगर लूटपाट हुई तो हमारी तरफ से गोलियां चलेंगीं।
मिनीपोलिस पुलिस के प्रवक्ता ने बताया है कि किसी भी पुलस वाले को कोई नुकसान नहीं हुआ है। सभी पुलिस स्टेशन से सुरक्षित निकाल लिया गया था। मिनेसोटा में कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने लूटपाट और तोड़फोड़ भी की है। कई जगहों पर वाहनों को आग लगा दी गई है।
ट्रम्प के गोली मारने वाले ट्वीट पर ट्विटर ने कहा- हम हिंसा को बढ़ावा नहीं देते
ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने गवर्नर टिम वाल्ज से बात की है। सेना उनके साथ है अगर लूटपाट हुई तो हमारी तरफ से गोलियां चलेंगी। हालांकि, ट्विटर ने ट्रम्प के इस ट्वीट के ऊपर अपना नोटिश लगा दिया है। इसमें लिखा है कि हम हिंसा को बढ़ावा नहीं देते यह ट्विटर के नियमों के खिलाफ है।
We have placed a public interest notice on this Tweet from @realDonaldTrump. https://t.co/jau9J2edX7
— Twitter Safety (@TwitterSafety) May 29, 2020
घुटने से गर्दन दबाए रहने से हुई थी मौत
मिनीपोलिस शहर में 26 मई को एक अश्वेत जार्ज फ्लायड को पुलिस ने धोखाधड़ी के मामूली आरोपों में गिरफ्तार किया था। इस दौरान एक पुलिस अफसर उसे सड़क पर उल्टा लिटाकर पांच मिनट तक घुटने से गर्दन दबाए रहा था। उसके हाथों में हथकड़ी थी। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, इसमें सुना जा सकता है कि करीब 40 साल का जॉर्ज लगातार पुलिस अफसर से घुटना हटाने की गुहार लगाता है। वह कहता है, ‘‘आपका घुटना मेरे गर्दन में है, मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं… ममा, ममा’’, धीरे-धीरे उसकी हरकत बंद हो जती है। इसके बाद अफसर कहते हैं ‘उठो और कार में बैठो’ तब भी उसकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आती। इस दौरान आस-पास काफी भीड़ जमा होती है। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया जाता है, जहां उसकी मौत हो जाती है।
यूएन ने कड़े कदम उठाने की मांग की
यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैचलेट ने अमेरिका से पुलिस अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। बैचलेट ने कहा कि अमेरिकी पुलिस अधिकारी काफी लंबे समय से अफ्रीकन-अमेरिकन लोगों की हत्या करते रहे हैं। यह घटना कोई नई नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को दोषी ठहराने और सजा देनी की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी कई मामलों में ऐसी हत्याओं पर जांच तो हुई है, लेकिन परिणाम कभी सही नहीं आए हैं।