अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
अपडेटेड मैट, 06 मई 2020 11:13 पूर्वाह्न IST
निजीमुद्दीन मरकज के बाहर ड्यूटी पर सीआरपीएफ के जवान (फाइल फोटो) – फोटो: अमर उजाला
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दिल्ली पुलिस ने निजीमुद्दीन मरकज के मुखिया मौलाना साद के बेटे से मंगलवार को दो घंटे तक पूछताछ की। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने उन 20 लोगों के बारे में पूछताछ की जो मंज में काम करते थे और तब्लीगी जमात के आयोजन के दौरान जितने मेहमान आए थे उनके रख रखाव थे। ये लोग उस दिन से गायब हैं जब से पुलिस ने मरकज के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस को इन लोगों के बारे में शिकायत एजेंट से पता चला। इसके बाद पुलिस ने इन लोगों के फोन रिकॉर्ड और ईमेल के जरिए कई महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त कीं। मौलाना साद के बेटे को क्राइम ब्रांच ने हस्तक्षेप के लिए इसलिए बुलाया था क्योंकि वह भी जमात के कामकाज से जुड़ा हुआ था। अपराध शाखा ने उसे जमात मुख्यालय व अन्य दफ्तरों में होने वाली गतिविधियों के बारे में पूछा।
क्राइम ब्रांच ने साद के बेटे से कहा कि वह अपने पिता का दोबारा सरकारी अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराए। बता दें कि मौलाना साद पर आरोप है कि दिल्ली में धार्मिक आयोजनों पर रोक के बावजूद हजारों लोगों को मरकज में इकट्ठा किया गया और तबलीगी जमात का आयोजन किया गया। यहाँ कई कोरोनाटे देशों से लोग आए और फिर वो लोग पूरे देश में फैल गए जिससे देशभर में कोरोनाटेन्स की संख्या में इजाफा हुआ।
दिल्ली पुलिस ने निजीमुद्दीन मरकज के मुखिया मौलाना साद के बेटे से मंगलवार को दो घंटे तक पूछताछ की। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने उन 20 लोगों के बारे में पूछताछ की जो मंज में काम करते थे और तब्लीगी जमात के आयोजन के दौरान जितने मेहमान आए थे उनके रख रखाव थे। ये लोग उस दिन से गायब हैं जब से पुलिस ने मरकज के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस को इन लोगों के बारे में शिकायत एजेंट से पता चला। इसके बाद पुलिस ने इन लोगों के फोन रिकॉर्ड और ईमेल के जरिए कई महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त कीं। मौलाना साद के बेटे को क्राइम ब्रांच ने हस्तक्षेप के लिए इसलिए बुलाया था क्योंकि वह भी जमात के कामकाज से जुड़ा हुआ था। अपराध शाखा ने उसे जमात मुख्यालय व अन्य दफ्तरों में होने वाली गतिविधियों के बारे में पूछा।
क्राइम ब्रांच ने साद के बेटे से कहा कि वह अपने पिता का दोबारा सरकारी अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराए। बता दें कि मौलाना साद पर आरोप है कि दिल्ली में धार्मिक आयोजनों पर रोक के बावजूद हजारों लोगों को मरकज में इकट्ठा किया गया और तबलीगी जमात का आयोजन किया गया। यहाँ कई कोरोनाटे देशों से लोग आए और फिर वो लोग पूरे देश में फैल गए जिससे देशभर में कोरोनाटेन्स की संख्या में इजाफा हुआ।