मैथ्यू हेडन एम धोनी की अगुआई टीम चेन्नई सुपर किंग्स का डायस्सा रह चुके हैं (फाइल फाइल)
टॉम जंक्शन की सुपरहिट फ़िल्मम द लास्ट समुराई (अंतिम सामुराई) के एक सीन से इस खिलाड़ी का करियर हमेशा के लिए गया है।
इस सुपरहिट फिल्मोंम के एक सीन में टॉम आइलैंड का करेक्ट्टर एक के बाद एक मुकाबलों में नीचे गिरता है और फिर अपने दिमाग और सोच साफ करने के बाद जल्दिद ही वह चुनौती लेता है। इसी तरह से हेडन को प्रेरित किया गया। ऑस्ट्रेलियन दिगज़ियांग ने खुलासा किया कि कैसे वह पल के लिए उनके खुलने के बाद साबित हुआ।
वर्तमान पर पूरा ध्यन लगाओ
शेन वॉटसन के साथ पॉडकास्ट में हेडन ने कहा कि खेल के मानसिक पहलू, खेल के शारीरिक पहलू पर ट्रांसफर होते हैं। बुलिंग में शांति और सुंदरता है, जो आपके आप में एक मेडिटेशन है, जिसे हम याद करते हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मम के सीन से उन्होंने सीखा है कि बीते समय को पूरी तरह से भूल जाओ और वर्तमान पर धयान लगाओ। यही बात उनके करियर की सबसे बड़ी ताकत साबित हुई, अगर वो उनके बारे में अपने करियर के दौरान हमेशा अगले गेंद पर ध्यान लगाया.हेडन ने 1994 में टेस्ट डेब्यूड किया था और उन्होंने 1996 में दूसरा टेस्ट मैच खेला था। लेकिन इसके बाद वह सिर्फ पांच मैच और खेल पाए और उन्हें टीम के बाहर कर दिया। 2000 में उन्होंने मैदान पर वापसी की और 2001 में भारत दौरे पर उन्होंने 500 से जियादा रन जड़कर सभी का धाकन अपना और खींचा। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने कहा कि क्रिकेट को 50 की औसत और वनडे में 44 की औसत के साथ अपने क्रिकेट करियर को अलविदा ने कहा। मैथ्यूoo हेडन 2008 से 2010 तक एमएस धोनी (एमएस धोनी) की अगुइ चेनीनई सुपर किंग्स का तनाव रहा।
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प्रथम प्रकाशित: 11 मई, 2020, 3:06 PM IST
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