- पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर बोले- मैंने दो बार महेंद्र सिंह धोनी को वर्ल्ड कप में गुस्सा होते देखा है, पहला वाकया 2007 के टी -20 विश्व कप का
- ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा- हम अपने खेल से दर्शकों का मनोरंजन करने वाले खिलाड़ी चाहते हैं और धोनी ऐसे करते हैं
दैनिक भास्कर
12 मई, 2020, 07:22 बजे IST
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पहचान ‘कैप्टन कूल’ के रूप में होती है। लेकिन उनके साथ खेलने वाले पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि धोनी भी इंसान हैं और उन्होंने भी कई बार अपना आप खो दिया है। यह खुलासा पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और इरफान पठान ने स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में किया।
गंभीर ने कहा कि लोग कहते हैं कि उन्होंने कभी धोनी को अपना आपा खोते हुए नहीं देखा, लेकिन मैंने दो बार ऐसा देखा है। यह विश्व कप 2007 और एक अन्य विश्व कप की बात है, जब हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। वे भी व्यक्ति हैं और विकलांगता देना स्वाभाविक है।
खराब छानने पर भी गुस्सा होते हैं धोनी: गंभीर
बाएं हाथ के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि आईपीएल में चेन्नई की तरफ से अगर किसी खिलाड़ी ने खराब फील्डिंग की या कैच छोड़ा तो उन्होंने फटकार लगाई है। हां, वह बहुत शांत रहते हैं। वह दूसरे कप्तानों की तुलना में काफी शांत हैं। कम से कम मेरी तुलना में तो वे काफी शांत हैं।
ब्रेट ली ने धोनी की तारीफ की
इस शो पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भी धोनी की तारीफ की। उन्होंने धोनी को दर्शकों को मनोरंजन करने वाला खिलाड़ी करार दिया और कहा कि ऐसे मौके बहुत कम आएंगे, जब उन्होंने अपना आप खोया होगा।
धोनी कभी सीमाएं नहीं लांघते: ली
ली ने कहा कि हम अपने खेल से दर्शकों का मनोरंजन करने वाले खिलाड़ी चाहते हैं और धोनी ऐसा करते हैं। उन्होंने कभी सीमाएं नहीं लांघी। अगर ऐसा हुआ तो ऐसे मौके बहुत कम होंगे। लेकिन हम भी इंसान हैं, इसलिए गुस्सा होना बड़ी बात नहीं है।
‘नाराज होने पर देरी से प्रैक्टिस पर आया धोनी’
टीम इंडिया के पूर्व ऑलाउउंडर इरफान पठान ने भी इस शो पर 2006-07 की घटना को याद किया, जब प्रैक्टिस के दौरान धोनी आउट दिए जाने पर नाराज हो गए थे। उन्होंने कहा कि एक वॉर्म अप मैच में दाएं हाथ के शिष्यों को बाएं से और बाएं हाथ के शिष्यों को दाएं हाथ से चैतन्य चाहिए था। इसके बाद हमें नेट्स पर जाना था।
जब आउट होने के बाद धोनी ने बल्ला फेंक दिया था: इरफान
पठान के मुताबिक, इस मैच के लिए दो टीमें बनाई गई थीं। बल्लेबाजी के दौरान धोनी को आउट दिया गया, जबकि उन्होंने लगा कि वे आउट नहीं थे। इससे नाराज होकर धोनी ने बजेलियन लौटते वक्त अपना बल्ला फेंक दिया और ड्रेसिंग रूम में चले गए और प्रैक्टिस के लिए भी देरी आ गई।