कल पूरा देश 74वां गणतंत्र दिवस मनाएगा। कर्तव्य पथ पर भव्य आयोजन होगा। परेड में कुल 23 करोड़ों पृष्ठों को देखें। सभी ग्रेडियों की थीम भी अलग-अलग होंगी। इसमें से अधिकतर की थीम नारी सशक्तिकरण को लेकर रखी गई है। 17 करोड़ देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र अधिकार क्षेत्रों की समस्याएँ जबकि छह अलग-अलग सरकारी मंत्रालयों और अतिक्रमण की होंगी।

सेना की तिकड़ी विंग परेड में अपनी ताकत का भी प्रदर्शन करेगी। पहली बार है जब एक साथ कई स्वदेशी अड़चनें और तकनीक का भी प्रदर्शन होगा। इस इलाके में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी (Abdel Fattah El-Sisi) अपने मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। आइए जानते हैं कि इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में किन-किन किन्नरों का प्रदर्शन होगा? इन अटकलों का क्या महत्व है?

पहले गणतंत्र दिवस पर क्या-क्या होगा?

तय कार्यक्रम के अनुसार, गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9:51 पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ होगी। इसके बाद सैल्यूटिंग डायस पर वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत करेंगे। राष्ट्रपति मुर्मू सुबह 10:30 बजे ध्वजारोहण अधिकार। इसके बाद ड्यूटी पथ पर परेड की शुरुआत होगी।

मेजर जनरल भवनीश कुमार ने कहा कि परेड की शुरुआत दिल्ली के विजय चौक से सुबह 10:30 बजे शुरू होगी। इसके बाद लीजन किले किले तक मार्च हो जाएगा। मेजर जनरल ने आगे बताया कि इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में हमारा फोकस आत्मनिर्भरता भारत पर है। कर्तव्यपथ पर इस बार चित्रित होने वाले सभी हथियार देश में बनाए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस बार सशस्त्र बल की आठ मार्चिंग टुकड़ियां शामिल होंगी। इसमें छह थल तो एक-एक फिट और नौसेना होगी। इसके अलावा पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की टुकड़ियां भी इसमें शामिल होंगी। गणतंत्र दिवस समारोह का समापन दो घंटे 14 मिनट बाद यानी दोपहर 12:05 बजे होगा।

क्या होगा खास?

इस गणतंत्र दिवस की परेड में सिर्फ मेड इन इंडिया यानी स्वदेशी का ही प्रदर्शन होगा। यहां तक ​​का प्रदर्शन होने वाला गोला-बारूद भी स्वदेशी होगा। पहली बार होगा जब भारत में बने 105 सच्चे भारतीय फील्ड गन से 21 तोपों की झलक दी जाएगी। अब तक ये ब्रिटिश 21 पाउंड गन से दिया जा रहा है। इसके अलावा इस बार नई भर्ती हुई अग्निवीर भी परेड का हिस्सा बनेंगे। वहीं, बीएफओ की कैमल कंटिंटजेंट के हिस्से के तौर पर महिला सैनिक हिस्सा लेंगी और नेवी की टुकड़ी के 144 सैनिकों की लीडर भी महिलाएं होंगी।

किन-किन का प्रदर्शन होगा?

1. के-9 वज्र हॉवित्जर: गुजरात के हजीरा में लार्सन एंड टूब्रो की फैक्ट्री मेक इन इंडिया के तहत बने स्वदेशी के-9 वज्र तोप का प्रदर्शन भी गणतंत्र दिवस पर होगा। यह अभी भी संदेश में चीनी सीमा पर कायम है। यह स्वचालित तोप की मारक क्षमता 38 किलोमीटर है लेकिन पूर्वी संदेश में 16 हजार फीट की दिशा में इशारा करने से यह 50 किलोमीटर दूर की दूरी तक मार की है। के-9 वज्र स्वचालित तोप दक्षिण कोरियाई हॉवित्जर के-9 थंडर का भारतीय संस्करण है। यह अपनी जगह पर चारों तरफ से रैनकर्स पर हमला कर सकता है। 155 अक्षर/52 अक्षर के 50 टन वजनी इस तोप से 47 किलो का गोला फेंका जा सकता है। यह सड़क और डेजर्ट ऑपरेशन 15 भागीदारों के साथ तीन हिस्सों में चिन्हित करने में सक्षम है।

2. एमबीटी अर्जुन टैंक : अर्जुन मेन बैटल टैंक यानी एमबीटी भारतीय सेना का अहम हिस्सा है। इस स्वदेशी टैंक को डीएमडीओ के वैज्ञानिकों ने बनाया है। ‘अर्जुन मेन बैटल टैंक’ परियोजना की शुरुआत वर्ष 1972 में की गई थी। अब तक इसके तीन संस्करण तैयार हो चुके हैं। अर्जुन ‘Mk1’ के बाद हाईटेक तकनीक का प्रयोग करते हुए ‘Mk1A’ और फिर ‘MkII को तैयार किया गया। अर्जुन मेन टैंक में स्वदेशी रूप से विकसित 120 मिमी राइफल और आर्मर पियर्सिंग फिन-स्टैबिलाइज़्ड डिस्करिंग सबॉट (FSAPDS) युद्धोपकरण में शामिल हैं। ये टैंक अपने रेंज में आने वाले सभी तरह के टैंकों को खत्म कर सकता है। इसे कंप्यूटर के जरिए मॉनिटर किया जा सकता है।

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