• यह घटना अमेरिका के पेन्सिलवेनिया में हुई, घर के बाहर कार में एक और शव मिला
  • पुलिस ने कहा- इस बात का कोई सुबूत नहीं कि लियु को चीनी होने की वजह से मारा गया

दैनिक भास्कर

07 मई, 2020, शाम 04:16 बजे IST

न्यूयॉर्क। अमेरिका के पेन्सिल्वेनिया में चीन के एक मेडिकल रिसर्चर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वे कोरोनावायरस पर शोध कर रहे थे और एक महत्वपूर्ण खोज के करीब पहुंच चुके थे। पुलिस का कहना है कि यह बात के सबूत नहीं मिले हैं कि उन्हें चीनी होने की वजह से मारा गया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग के प्रोफेसर बिंग लियु (37) शनिवार को रॉस टाउनशिप में अपने घर पर मृत मिले थे। उनके सिर, गले और छाती में गोली मारी गई थी। उनके घर के बाहर कार में 46 साल के व्यक्ति हाओगु का शव मिला था। पुलिस का मानना ​​है कि हाओगु ने पहले प्रोफेसर बिंग लियु की हत्या की और बाद में खुद को भी गोली मार ली। वे दोनों एक-दूसरे को जानते थे।
कोरोनावायरस पर महत्वपूर्ण खोज के करीब लियु थे
यूनिवर्सिटी के के आयाम और सिस्टम बायोलॉजी डिपार्टमेंट ‘के उनके सहयोगियों ने एक एमएससी एजेंसी से कहा कि लियु कोरोना पर महत्वपूर्ण खोज के करीब थे। वे संक्रमण के कोशिकीय तंत्र और सेलुलर आधार को समझने वाले थे। उनके डिपार्टमेंट के हेड इवेट निकासी ने कहा कि वे बेहद सतर्क, समझदार और दृढ़ति थे।

पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी ने शोक जताया है
यूनिवर्सटी ऑफ पिटासबर्ग ने बयान जारी कर बिंग लियु की मौत पर शोक जताया है। विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया, ‘ओर शोधकर्ता बिंग लियू की मौत से गहरा दुख हुआ है। इस कठिन समय में लियु के परिवार, दोस्तों, और सहयोगियों के प्रति हमारी गहरी सहानुभूति है। ” लियु ने नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर से स्केलिंग साइंस में पीएचडी किया था। इसके बाद उन्होंने कर्नेगी मेलान विश्वविद्यालय में पोस्टडॉक्टरल फेलो के तौर पर काम किया था।





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