- 15 वीं शताब्दी में महिलाएं गर्भावस्था के लिए अलग से कपड़े नहीं बनवाती थीं, वे आम कपड़ों को ही पहनती थीं
- 18 वीं शताब्दी में प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए काम करना आम हो गया, एक्ट्रेस भी निडर के मंच पर पहुंचती थीं
दैनिक भास्कर
10 मई, 2020, रात 02:22 बजे IST
रोज़ाना सुलह। 1991 में वैनिटी फेयर के कवर फोटो पर एक्ट्रेस डेमी मूर की प्रेग्नेंसी को दर्शती तस्वीर ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। उस वक्त इस तस्वीर को संस्कृति में बदलाव से जोड़कर देखा जा रहा था। इस फोटो को एनी लीबोवित्ज ने कवर फोटो के लिए खींचा था। पोर्ट्रेइंग प्रेग्नेंसी की क्यूरेटर केरन हर्न के मुताबिक, यह वो मौका था, जब गर्भावस्था की तस्वीरें आम हो रही थीं।
केरन के मुताबिक, 20 साल पहले भी महिलाएं तंबू जैसे कपड़े पहनती थीं। प्रेग्नेंसी के साथ परेशानी यह है कि यह सेक्सुअली सक्रिय महिला को दर्शाती है और पूरे इतिहास में यह एक बड़ी समस्या है। 26 अप्रैल को लंदन के एक्टिवलिंग म्यूजियम में पोर्ट्रेइंग प्रेग्नेंसी प्रदर्शनी चल रही थी। शो 15 वीं शताब्दी के चित्र द विजेटेशन के साथ शुरू हुआ। इसमें बीते 500 वर्षों की कला को दिखाया गया, जिसमें चित्र, कपड़े और कई अन्य चीजें शामिल थीं।
तस्वीरों और पेंटिंग्स के जरिए देखें 500 साल में प्रेग्नेंसी के दौरान पहनावे में क्या बदलाव आए-
विजेटेशन के 17 वीं शताब्दी के प्रदर्शन को सिलाई के जरिए दिखाया गया था। इसे कांच-धातुओं के मोती और लिनन पर सिल्क से तैयार किया गया था। हर्न के मुताबिक, यह शायद किसी हुनरमंद ने बनाया होगा, जिसमें उस समय की महिला की हेडड्रेस नजर आ रही है।

1526 में जर्मन पेंटर शैतान्स होलबीन द्वितीय पहली बार इंग्लैंड आए थे। संतों डच दर्शनिक इरेस्मस का लैटर अपने दोस्त सर थॉमस मोर के लिए लेकर आए थे। मोर नेवन्स से अपने परिवार के कई चित्र बनवाए, जिसमें से यह उनकी सबसे छोटी बेटी सेसिली का है। हर्न ने बताया कि तस्वीर में सेसिली उस वक्त की सांभ्रांत महिला की पोशाक में हैं। उनके हाथ पेट पर नजर आ रहे हैं। हर्न के मुताबिक, उस वक्त की महिलाएं गर्भावस्था के दौरान तय कपड़े नहीं पहनती थीं। वे अपने कपड़ों को प्रेग्नेंसी के हिसाब से पहन लेती थीं।

17 वीं शताब्दी में महिलाएं अपने शरीर को शेप में रखने के लिए स्टेम पहनती थीं। यह देखने में कोर्सेट की तरह लगते थे। इन्हें 1665-75 के करीब स्टमेकर के साथ मिलाकर पहना जाता था। हर्न्स बताती हैं कि स्टमेकर स्टेम के अंदर पहना जाता था, जो प्रेग्नेंसी बढ़ने पर ढीले हो सकता था।

11.5 फीट की इस मार्बल की मूर्ति एलिसन लैपर को मार्क क्विन ने तैयार किया था। मिस लैपर, जो बिना हाथ और छोटे-छोटे पैरों के साथ जन्मी थीं। इस मूर्ति से खासा विवाद हुआ था।

18 वीं शताब्दी की एक्ट्रेसेज के लिए प्रेग्नेंसी के दौरान भी काम करना मुश्किल नहीं था। सारा सिडन्स अपने समय की मशहूर अदाकारा थे। यह चित्र 1814 में जीएच हट्लो ने सारा के 1812 में बनाए रखने के बाद बनाया था। इस तस्वीर में वे लेडी मैकबेथ की तरह नजर आ रहे हैं। लेडी मैकबेथ, सारा का काफी फेमस रोल था। हर्न बताती हैं कि थिएटर मैनेजर चाहते थे कि सिडन ज्यादा से ज्यादा परफॉर्म करें और वे इसे खुशी से करती भी थीं।

यह तस्वीर 1984 में आईचेस्टर, इंग्लैंड की कलाकार गिसलेन हॉवर्ड ने तैयार की थी। हर्न ने बताया कि यह दर्शाता है कि प्रेग्नेंट होना कैसा लगता है और यह पुरुषों की समझ से काफी अलग है।

हर्न ने बताया कि यह चित्र मार्कस घिराएर्त्स ने 1620 में बनाया था। मार्कस कम उम्र में अपने पिता के साथ इंग्लैंड आ गए थे। 1590 के करीब वे दरबार के मुख्य चित्रकार बन गए थे। केरन के मुताबिक, मार्कस 25 साल तक महिलाओं की पेंटिंग बनाते रहते हैं और समय के साथ उनकी कला निखरती गई।

जैनी सेविल को महिलाओं के निडर प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। हर्न ने बताया कि सेविल प्रेग्नेंसी जैसे एज्रे में पसंद ले रहे थे। उन्होंने 2012 में इस पेंटिंग को बनाना शुरू किया और बीते साल इसे खत्म कर दिया।