न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Updated Sat, 09 मई 2020 03:07 PM IST
राहुल और सोनिया गांधी (फाइल फोटो) – फोटो: पीटीआई
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने कांग्रेस पार्टी की ओर से पदोन्नतितित एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एएसएल) और कांग्रेस पार्टी के नेता मोती लाल शीरा की 16.38 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया है। एजेंसी ने कहा कि यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है। यह कांग्रेस पार्टी के लिए किसी झटके से कम नहीं है।
ईडी ने कहा कि कुर्क की गई संपत्ति मुंबई के बांद्रा पूर्व में स्थित एक नौ मंजिला इमारत है। जिसमें दो निषेध है। यह 15 हजार स्क्वेयर मीटर में बना हुआ है। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमवीए) के तहत प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर बैंक और पर्ल लाल शीरा के नाम जारी किया गया है।
वेरा होमल के प्रबंध निदेशक हैं। एलएल वरिष्ठ कांग्रेसी प्रमुख द्वारा नियंत्रित की जाती है। इसमें गांधी परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। राष्ट्रीय हेराल्ड पेपर इस समूह को संचालित करता है। 1938 में जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रीय हेराल्ड पत्र की स्थापना की थी। तब से इसे कांग्रेस का मुखपत्र माना जाता है।
पहले पत्र का मालिकाना हक़ एलएल के पास था। हालांकि आजादी के बाद 1956 में रात्रि को अव्यवस्थित कंपनी के रूप में स्थापित किया गया। वर्ष 2008 में इसके सभी प्रकाशनों को निलंबित कर दिया गया और कंपनी पर 90 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया। इसके बाद कांग्रेस के नेतृत्व में ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की एक नई अव्यवस्था कंपनी ने बनाई। इसमें सोनिया और राहुल गांधी सहित मोती लाल शीरा, सुमन दुबे, ऑस्कर फर्नांडिस और आम पित्रोदा को निर्देशक बनाया गया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने कांग्रेस पार्टी की ओर से पदोन्नतितित एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एएसएल) और कांग्रेस पार्टी के नेता मोती लाल शीरा की 16.38 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया है। एजेंसी ने कहा कि यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है। यह कांग्रेस पार्टी के लिए किसी झटके से कम नहीं है।
ईडी ने कहा कि कुर्क की गई संपत्ति मुंबई के बांद्रा पूर्व में स्थित एक नौ मंजिला इमारत है। जिसमें दो निषेध है। यह 15 हजार स्क्वेयर मीटर में बना हुआ है। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमवीए) के तहत प्रोविजनल अटैचमेंट ऑर्डर बैंक और पर्ल लाल शीरा के नाम जारी किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत संपत्ति को रु। अवैध भूमि आवंटन मामले में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के मुंबई, बांद्रा (पूर्व) में 16.38 करोड़ रुपये: प्रवर्तन निदेशालय pic.twitter.com/3Bm7NnFZ01
वेरा होमल के प्रबंध निदेशक हैं। एलएल वरिष्ठ कांग्रेसी प्रमुख द्वारा नियंत्रित की जाती है। इसमें गांधी परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। राष्ट्रीय हेराल्ड पेपर इस समूह को संचालित करता है। 1938 में जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रीय हेराल्ड पत्र की स्थापना की थी। तब से इसे कांग्रेस का मुखपत्र माना जाता है।
पहले पत्र का मालिकाना हक़ एलएल के पास था। हालांकि आजादी के बाद 1956 में रात्रि को अव्यवस्थित कंपनी के रूप में स्थापित किया गया। वर्ष 2008 में इसके सभी प्रकाशनों को निलंबित कर दिया गया और कंपनी पर 90 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया। इसके बाद कांग्रेस के नेतृत्व में ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की एक नई अव्यवस्था कंपनी ने बनाई। इसमें सोनिया और राहुल गांधी सहित मोती लाल शीरा, सुमन दुबे, ऑस्कर फर्नांडिस और आम पित्रोदा को निर्देशक बनाया गया।