रिपोर्टर डेस्क, अमर उजाला, हरिद्वार
अपडेट किया गया बुध, 06 मई 2020 06:23 PM IST
पुलिस ने विदेशी को पकड़ा – फोटो: अमर उजाला
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लॉकडाउन के बीच दिल्ली से पैदल चलकर उत्तराखंड पहुंचे विदेशी नागरिक को पुलिस ने हरिद्वार में पकड़ लिया। जैसे ही वह श्यामपुर स्थित पक्षीपुर चेकपोस्ट पहुंची तो वहां पुलिस ने चेकिंग के दौरान उसे रोक लिया। हस्तक्षेप में उन्होंने बताया कि वह यूक्रेन का रहने वाला है।
वह पिछले पांच महीने से दिल्ली में रह रहा था। चार दिन पहले वह पैदल ही ऋषिकेश जाने के लिए निकला था। पुलिस ने इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दी। मौके पर मेडिकल टीम ने पहुंचकर उसकी जांच की और एंकरेंस कोकर उसे क्वारंटीन सेंटर भेज दिया।
वहीं, रुड़की क्षेत्र में बाहरी राज्यों से पैदल और साइकिलों पर मजदूरों के पहुंचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, लेकिन अब इस पर स्थानीय पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है। बुधवार को पंजाब से बॉर्डर तक जंगल के रास्ते साइकिलों और पैदल चलने वाले पहुंचे 314 मजदूरों को पुलिस ने रोका और सीमा में दाखिल नहीं किया गया। इसके बाद सहारनपुर पुलिस से संपर्क किया गया। सहारनपुर पुलिस ने इन सभी को बसों और मैक्स के जरिए राहत कैंपों में भिजवाया।
बुधवार को पंजाब व चंडीगढ़ से 314 मजदूर जंगल के रास्ते तेज्जूपुर व मंडावर चेक पोस्ट पर पहुंच गए और सीमा में प्रवेश करने लगे, लेकिन यहां तैनात पुलिस ने उन्हें रोक लिया। ये सभी लोग बरेली, मुरादाबाद, बलिया आदि जिलों के रहने वाले हैं, जो पंजाब आदि राज्यों में नौकरी करते हैं। पुलिस ने इन सभी की स्क्रीनिंग कराई। सभी स्वस्थ पाए गए। इसके बाद ये लोग सीमा में प्रवेश की मांग करने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी।
पुलिस ने यूपी प्रशासन से बात की। इसके बाद यूपी प्रशासन इन लोगों को बसने और मैक्स से सहारनपुर के राहत कैंपों में ले गया। थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि सभी लोगों को यूपी प्रशासन के सुपुर्द कर दिया गया है।
सार
314 मजदूरों को नहीं दी गई सीमा में प्रवेश, जंगल के रास्ते साइकिल और पैदल चलकर सीमा पर पहुंचे श्रमिक थे
स्क्रीनिंग के बाद यूपी पुलिस को दी सूचना, सहारनपुर राहत कैंपों में एकीकृत
विस्तार
लॉकडाउन के बीच दिल्ली से पैदल चलकर उत्तराखंड पहुंचे विदेशी नागरिक को पुलिस ने हरिद्वार में पकड़ लिया। जैसे ही वह श्यामपुर स्थित पक्षीपुर चेकपोस्ट पहुंची तो वहां पुलिस ने चेकिंग के दौरान उसे रोक लिया। हस्तक्षेप में उन्होंने बताया कि वह यूक्रेन का रहने वाला है।
वह पिछले पांच महीने से दिल्ली में रह रहा था। चार दिन पहले वह पैदल ही ऋषिकेश जाने के लिए निकला था। पुलिस ने इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दी। मौके पर मेडिकल टीम ने पहुंचकर उसकी जांच की और एंकरेंस कोकर उसे क्वारंटीन सेंटर भेज दिया।
314 मजदूरों को प्रवेश नहीं दिया गया
वहीं, रुड़की क्षेत्र में बाहरी राज्यों से पैदल और साइकिलों पर मजदूरों के पहुंचने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, लेकिन अब इस पर स्थानीय पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है। बुधवार को पंजाब से बॉर्डर तक जंगल के रास्ते साइकिलों और पैदल चलने वाले पहुंचे 314 मजदूरों को पुलिस ने रोका और सीमा में दाखिल नहीं किया गया। इसके बाद सहारनपुर पुलिस से संपर्क किया गया। सहारनपुर पुलिस ने इन सभी को बसों और मैक्स के जरिए राहत कैंपों में भिजवाया।
बुधवार को पंजाब व चंडीगढ़ से 314 मजदूर जंगल के रास्ते तेज्जूपुर व मंडावर चेक पोस्ट पर पहुंच गए और सीमा में प्रवेश करने लगे, लेकिन यहां तैनात पुलिस ने उन्हें रोक लिया। ये सभी लोग बरेली, मुरादाबाद, बलिया आदि जिलों के रहने वाले हैं, जो पंजाब आदि राज्यों में नौकरी करते हैं। पुलिस ने इन सभी की स्क्रीनिंग कराई। सभी स्वस्थ पाए गए। इसके बाद ये लोग सीमा में प्रवेश की मांग करने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी।
पुलिस ने यूपी प्रशासन से बात की। इसके बाद यूपी प्रशासन इन लोगों को बसने और मैक्स से सहारनपुर के राहत कैंपों में ले गया। थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि सभी लोगों को यूपी प्रशासन के सुपुर्द कर दिया गया है।