- लेबर, लॉ, लैंड और लिक्विडिटी पर किया गया फोकस है
- अर्थव्यवस्था में तेजी से आने वाले आसार, उठेंगे
दैनिक भास्कर
12 मई, 2020, 10:11 PM IST
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को लॉकडाउन के साथ-साथ गति देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा कर दी। ‘ इस पैकेज से जिन लोगों को ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद है उसमें जमीन, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ का समावेश है। प्रधानमंत्री ने इन चार एल को ही प्रमुखता दी है।
निर्मला सीतारमण कल कर सकते हैं कुछ घोषणा
इस पूरे पैकेज का ब्रेकअप वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आनेवाले दिनों में कई चरणों में जारी करेंगी। इस आर्थिक पैकेज से लघु उद्योगों यानी एमएसएमई, गृह उद्योग आदि को बहुत मिलेगा, जिस पर करोड़ों लोगों की आजीविका निर्भर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में चार एल पर बल दिया गया है। यह सभी आत्मनिर्भर भारत के संकल्प का मजबूत आधार है।
किसानों और छोटे उद्योगों पर इसका फोकस है
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। इसे एक तरह से मेक इन इंडिया के रूप में तैयार किया गया है। एसोचैम के जनरल सेक्रेटरी दीपक सूद ने कहा कि हम पिछले एक महीने से सरकार के साथ 200-300 अरब डॉलर के पैकेज की मांग कर रहे थे। आखिरकार हमारी मांग पूरी हुई। अब यह देखा जाएगा कि आगे किस तरह से इसे अलोकेट किया जाएगा।
तुरिज्म, रियल इस्टेट, एविशन सबसे ज्यादा प्रभावित
उन्होंने कहा कि देश में जो सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टर हैं उसमें प्रमुख रूप से टूरिज्म, होटल, रिटेल, रियल इस्टेट, एविएशन, अटैचमेंट और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर हैं। हालांकि हर सेक्टर किसी न किसी तरह से प्रभावित हैं, पर यह सेक्टर डायरेक्ट इन हैं, जिन्हें पैकेज की आवश्यकता थी। उनका कहना है कि यह पैकेज सीपीएमई सहित जब छोटे लोगों तक होगा तो इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
एमएसएमई को बहुत अधिक उम्मीद है
पादोमैथ कैपिटल के एमडी महावीर लुनावत कहते हैं कि देश के एसएमएमई सेक्टर को इस समय बहुत बड़े पैकैज की आवश्यकता थी। हालांकि यह अभी भी बाकी है कि वित्त मंत्री कैसे पैकेज देता है। लेकिन इस बड़े पैकेज से देश की अर्थव्यवस्था खासकर एमएमई को राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इससे एमएलएमई सेक्टर की गति को बढ़ावा मिलेगा।
फकी की प्रेसीडेंट संगीता रेड्हडी ने कहा कि इस पैकेज से देश के गरीबों और जरूरतमंदों के साथ एमएसएमई सेक्टर को राहत मिलेगी। साथ ही जब अर्थव्यवस्था चलेगी तो आम आदमी को भी राहत मिलेगी। भूमि, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ के फोकस से मेक इन इंडिया को मजबूती मिलेगी।