- अप्रैल महीने में कुल 9.93 मिलियन टन ईंधन की खपत हो रही है
- इसमें पेट्रोल, डीजल के साथ सभी प्रकार का ईंधन शामिल है
दैनिक भास्कर
10 मई, 2020, 01:51 PM IST
नई दिल्ली। कोरोनावायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों के कारण अप्रैल महीने में भारत में ईंधन की मांग पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 45.8 फीसदी कम रही है। सरकार की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2020 में 9.93 मिलियन टन ईंधन की खपत हुई है। यह 2007 के बाद की सबसे कम खपत है। आमतौर पर खपत को ही मांग का पैमाना माना जाता है।
पहले कुछ हफ्तों में 50 फीसदी कम बिक्री हुई
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल महीने के पहले कुछ हफ्तों में सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने पिछले साल की समान अवधि के 50% कम ईंधन की बिक्री की है। अप्रैल 2020 में पिछले साल के मुकाबले 55.6 फीसदी कम डीजल की खपत हुई और इसकी कुल खपत 3.25 मिलियन टन रही। देश में परिवहन और सिंचाई में प्रमुख रूप से डीजल का उपयोग होता है। लेकिन लॉकडाउन के कारण परिवहन सेवाएं ठप पड़ी हैं।
पेट्रोल की मांग 60.6 प्रति गिरी
पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इस साल पेट्रोल की बिक्री में 60.6 फीसदी की गिरावट आई है। इस अवधि में कुल 0.97 मिलियन टन की बिक्री हुई। पेट्रोल के इस्तेमाल पर मुख्य रूप से निजी चारपहिया और पहिया वाहनों में होता है। लेकिन लॉकडाउन के कारण इन वाहनों का इस्तेमाल पूरी तरह से ठप पड़ा है। आपको बता दें कि खाद्य पदार्थों को छोड़कर सभी प्रकार के तेल ईंधन में शामिल होते हैं।
एलपीजी की बिक्री 12.1 प्रति लीटर बढ़ी
पेट्रोल-डीजल से इतर एलपीसी की बिक्री में अप्रैल महीने में 12.1 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और इस अवधि में 2.13 मिलियन टन एलपीजी की बिक्री हुई है। वहीं नेफ्था की बिक्री 9.5 प्रति गिरकर 0.86 मिलियन टन रही है। पिछले साल के मुकाबले अप्रैल के पहले 15 दिनों में रिटेलर्स ने 21 फीसदी अधिक एलपीसी की बिकरी की है। वहीं सड़क बनाने में इस्तेमाल होने वाले बिटुमिन की बिक्री 71 प्रति और तेल का इस्तेमाल 40 प्रति दिन है।
20 अप्रैल के बाद मांग बढ़ी
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले सप्ताह ही कहा था कि लॉकडाउन में औद्योगिक गतिविधियों और परिवहन को छूट मिलने से तेल की मांग में रिकॉल आई है। केंद्र सरकार ने 20 अप्रैल से कोरोनावायरस से मुक्त क्षेत्रों में कई गतिविधियों में छूट दी थी। आपको बता दें कि 25 मार्च से लॉकडाउन अभी तक 17 मई तक लागू रहेगा।
आईईए ने वार्षिक खपत में 5.6 प्रतिशत की कमी का अनुमान लगाया है
इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (आईईए) ने हाल ही में 2020 में वार्षिक आधार पर ईंधन की खपत में 5.6 प्रतिशत की कमी रहने का अनुमान लगाया है। इससे पहले मार्च में एजेंसी ने 2.4 प्रति की ग्रोथ का अनुमान जताया था।