- कंपनी ने कहा -कोविड -19 महामारी ने एयरबीएनबी के कारोबार को काफी नुकसान पहुंचाया है।
- महामारी के कारण इस वर्ष कंपनी का रेवेन्यू लगभग 50 फीसदी से भी कम हो गया है।
दैनिक भास्कर
06 मई, 2020, 11:15 AM IST
नई दिल्ली। एयरबीएनबी (एयरबीएनबी) इंक वैश्विक स्तर पर 1900 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। कंपनी अपने कुल वर्कफोर्स की संख्या का लगभग 25 प्रति कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। हालांकि इन कर्मचारियों को अगले एक साल तक स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा। साथ ही कंपनी ने तीन महीने की सैलरी देने का भी ऐलान किया है।
कोविड -19 के कारण कारोबार हुआ ठप
धार पर प्रॉपर्टी देने वाले सैन फ्रांसिस्को स्थित स्टार्टअप एयरबीएनबी का कहना है कि कोरोनावायरस महामारी के चलते कारोबार पूरा ठप है, ऐसे में कंपनी को भारी नुकसान हुआ है। बता दें कि कोविड -19 माहारी का सबसे बुरा असर तुरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर पड़ा है। इस कारण से ओयो सहित कई कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों की नौकरी छिटक गई हैं।
50 प्रति कम से कम कंपनी का रे एवेन्यू
एयरबीएनबी के सीईओ ब्रायन चेस्की ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा है। चेस्की ने कर्मचारियों के इस ज्ञापन में कहा, ‘को विभाजित -19 महामारी ने एयरबीएनबी के कारोबार को काफी नुकसान पहुंचाया।]कंपनी का कुल राजस्व आधा से कम हो गया है। ‘ कंपनी के मुताबिक, पिछले साल कंपनी का रेवेन्यू लगभग 4.8 बिलियन डॉलर के आसपास था जो इस साल यह 50 फीसदी से भी कम हो गया है।]
महामारी के बाद कंपनी स्ट्रैटेजी में बदलाव करेगी
ईमेल में कर्मचारियों को इस बात का भी भरोसा दिलाया गया है कि कंपनी कोरोनावायरस की महामारी से जूझकर एक बार फिर मज़बूती से कारोबार में सुधार करेगी। हालांकि अब कंपनी अपनी अलग रणनीति के साथ काम शुरू करेगी। कंपनी अगले एक साल तक यानी 2021 तक नई हायरिंग को लेकर योजना को भी टाल दिया है।
कंपनी ने किया था निवेश का ऐलान
बता दें कि पिछले महीने ही एयरबीएनबी द्वारा जारी बयान में कहा गया था कि कंपनी अमेरिका की निजी वित्तीय कंपनी सिल्वर लीक और स्टॉकस्ट स्ट्रीट पार्टनर्स में 1 बिलियन डाॅलर का निवेश करेगी। इतना ही नहीं एयरबीएनबी ने हाल ही में बुकिंग में उनके होस्ट को बुकिंग रद्द से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 25 करोड़ डॉलर का मुआवजा देने का भी ऐलान किया था। कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ब्रायन चेस्की ने पत्र लिखाकर ने कहा था कि चीन के अलावा कोरोनावायरस की वजह से सभी मेज़बानों को कैंसीलेशन फी का 25 प्रतिशत करेंगे।